कुछ तो बाकी है तेरे मेरे दरमियाँ ऐ जानेमन;

कुछ तो बाकी है तेरे मेरे दरमियाँ ऐ जानेमन;
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यूँ ही नही तेरी याद में मेरा लंड खड़ा हो जाता।
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